अकबर और नगर की हिंदी कहानी, Akbar ki kahani

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Akbar ki kahani

Akbar ki kahani, यह कहानी अकबर और बीरबल की है जब वह नगर में जाते है तो उन्हें पता चलता है की नगर में कौन सी समस्या है जिसका पता उन्हें चल जाता है और वह उस समस्या को दूर कर देते है, यह कहानी आपको पसंद आएगी, 

अकबर और नगर की हिंदी कहानी :- Akbar ki kahani

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akbar ki kahani

आज अकबर और बीरबल अपने नगर में जाकर यह देखना चाहते थे की हमारे नगर में कोई समस्या तो नहीं हो रही है, इसलिए दोनों साथ में नगर में चलाए गए थे मगर वह अपनी वेशभूषा को बदल चुके थे, जिससे उन्हें कोई भी पहचान नहीं पाए, जब वह नगर में गए तो देखा की बहुत से लोग उन्हें खुश नज़र आ रहे थे, मगर कुछ जगह पर ऐसा नहीं था, वह उस जगह पर गए और देखा की वहा पर क्या बाते हो रही है,

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वह उन सभी की बाते सुनने के लिए वही पर बैठ गए थे, कुछ लोग बाते कर रहे थे की ऐसा नहीं होना चाहिए था, राजा को सोचना चाहिए की हम प्रजा है और हमारी समस्या भी बहुत अधिक है अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम बहुत अधिक परेशानी में आ जाएंगे, मगर राजा को परेशानी समझ नहीं आ रही थी की वह क्या बात है, बीरबल ने पूछा की आप किस समया की बात कर रहे है वह आदमी कहने लगा की कल हम राजा से मिलने गए थे मगर राजा के पास हमारे लिए समय नहीं था, हम सभी काफी इंतज़ार करके चले गए थे,

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हम दरबान से भी पूछा था, मगर वह कहने लगे की अगर आपको बहुत जल्दी ही मिलना है

तो आप हमे कुछ धन दे दीजिये जिससे हम राजा से जल्दी ही मिलवा देंगे,

मगर ऐसा नहीं था हमे तो ऐसा ही लग रहा था की

यह सभी धन राजा ने अपने लिए जमा करवाया होगा

जिससे वह हमसे भी धन कमा सके,

ऐसा भी होता है क्या, क्या राजा ऐसा करते है,

राजा कर बीरबल उनकी बाते सुन रहे थे

मगर उन्हें समझ नहीं आ रहा था

की किसने यह धन की मांग की थी,

राजा ने बीरबल से कहा की जल्दी ही पता लगाया जाए,

की यह कौन कर रहा है,

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बीरबल और राजा महल की और वापिस चल दिए थे, साथ में अकबर यह भी कह रहे थे की हमे यह पता नहीं है की हमारे दरबार के बाहर क्या होता है, हमे तो ऐसा ही लगता है की सब ठीक ही होगा हमे यह नहीं पता है की बहुत से लोग हमसे परेशान है, वह हमसे मिलने भी आये थे और चले भी गए जबकि उनमे से कोई भी नहीं मिला था हमारी प्रजा दुखी हो ऐसा नहीं होना चाहिए जल्दी ही पता लगाना चाहिए, बीरबल ने कहा की हम जल्दी ही सब पता कर पाएंगे,

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अगले दिन बीरबल भी वेशभूषा बदल कर दरबार के बाहर खड़े हो गए थे उन्हें भी राजा से मिलना था वहा पर दरबान कहने लगा की अगर जल्दी ही मिलना चाहते हो तो मुझे थड़ा सा धन दे दो, में जल्दी ही इसका इंतज़ाम करवा देता हु, बीरबल ने कहा की अगर ऐसा हो सकता है तो बहुत अच्छा है दरबान ने कहा की यह हो सकता है मगर बीरबल ने कहा की में तुम्हे धन दूंगा मगर इसका पता कैसे लगेगा की में राजा से जल्दी मिल लूंगा,

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दरबान कहने लगा की हम कह रहे है मगर बीरबल ने कहा की मुझे यकीन नहीं है तुम्हे मुझे दरबारा तक छोड़ना होगा, दरबान कहने लगा की ठीक है पहले मुझे धन दीजिये फिर चलता हु, बीरबल ने उसे धन दिया और साथ में दोनों चलने लगे थे जब दरबार आया तो बीरबल ने सैनिक से कहा की इसे अंदर ले आओ और बाद में सैनिक और दरबान ने देखा की यह तो बीरबल है, राजा को भी पता चल चूका था की किसने यह सब किया था उसके बाद उसे सजा दी गयी थी क्योकि उसने प्रजा को दुखी किया था

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यह सब कुछ बीरबल की वजह से हुआ था, अकबर भी समझ गए थे की अगर बीरबल कुछ नहीं सोचते तो कैसा होता, यह सब कुछ बीरबल की वजह से हुआ था, अकबर और नगर की कहानी, akbar ki kahani, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आप इसे शेयर जरूर करे और कमेंट करके हमे भी बताये,   

बीरबल की बातें हिंदी कहानी :- Akbar ki kahani

सभी जानते है अगर कोई भी समस्या होती है. तो बीरबल के पास जाने से वह दूर हो सकती है. इसलिए लोग बीरबल के पास जाते है. क्योकि वह जानते है. हमारी मदद वही कर सकते है. जब सेनापति को यह बात बता चलती है. की कुछ लोग यह समझते है की बीरबल उनकी मदद कर सकते है. और कोई नहीं. तो उन्हें यह अच्छा नहीं लगता है यह बात अकबर तक पहुंच जाती है.

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आज अकबर को भी यह सुनकर अच्छा नहीं लगता है. क्योकि यह बात ठीक नहीं है जब अकबर सभी की समस्या का समाधान करते है बीरबल को बुलाया जाता है उनसे पूछा जाता है की तुम यह क्या कर रहे हो. बीरबल नहीं जानते थे उन्हें क्यों बुलाया गया है. तभी बीरबल पूछते है की मुझे जानकारी नहीं है आप किस बारे में बात कर रहे है अकबर कहते है की हमे पता चल गया है की तुम लोगो की समस्या दूर कर रहे हो. इससे लोग यहां पर नहीं आने वाले है यह तुम ठीक कर रहे हो. बीरबल सब कुछ समझ जाते है.

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Akbar ki kahani, क्योकि अब उन्हें समझ आता है. अकबर गुस्सा है बीरबल कहते है की में लोगो के पास नहीं जाता हु. अगर कोई समस्या में है तो उनकी समस्या को दूर कर सकता हु. मेने कुछ गलत नहीं किया है क्योकि लोगो की मदद करना अच्छा होता है यह बात आप ही कहते है की अगर किसी को मदद जरूरत होती है. तो उसकी मदद करनी चाहिए यह सुनकर अकबर को अपनी बात याद आती है. अकबर कहते है की हमे याद है फिर बीरबल को कुछ नहीं कहा जाता है. क्योकि बीरबल बहुत दूर की सोचते है. अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है. शेयर जरूर करे.

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