Jin ki kahani

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Jin ki kahani

Jin ki kahani, यह जिन्न की कहानी एक आदमी की है. उसे ऐसा लगता था. अगर उसे जिन्न मिल जाये तो वह अपने जीवन के सभी काम उससे करवा सकता था. मगर उस आदमी की यह सोच ही उसे समस्या में डाल देती है यह बता सभी जानते है. जो हमे फायदा दे सकता है. उसका नुकसान भी हो सकता है. यह बात उस आदमी को बाद में पता चलती है. वह “जिन्न” की तलाश में जाता है. मगर बही तक उसे जिन्न नहीं मिलता है.

जिन्न की हास्य कहानी :- Jin ki kahani

Jin ki kahani
Jin ki kahani

वह बहुत थक जाता है. उसने बुजुर्गो से सुना था. अगर जिन्न की तलाश करनी है. तो मुझे इस जंगल जाना होगा. यहां पर तो में आ गया हु. मगर वह गुफा नज़र नहीं आ रही है. जिसमे वह [जिन्न] मिल सकता है. पता नहीं मुझे वह {जिन्न} चिराग में मिल सकता है. या वह मुझे ऐसे ही मिल सकता है. उस आदमी के मन में बहुत सवाल थे. मगर उनका जवाब उसके पास नहीं था. अपने से बात करता हु वह उस गुफा के पास आ जाता है. जिसमे जिन्न मिल सकता है. वह सु गुफा को देखता है. उस गुफा की हालत बहुत खराब नज़र आती है.

वक़्त-वक़्त की बात कहानी

मगर उस इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. वह अंदर जाता है. तब देखता है. यह गुफा बहुत साल पुरानी है. वह आदमी अंदर आ गया था. मगर कही पर भी कोई जिन्न नज़र नहीं आता है. कोई चिराग भी नज़र नहीं आता है. वह आदमी सोचता है इस गुफा में कोई *जिन्न* नहीं है. वह आवाज करता है. यहां पर कोई <जिन्न> है. मुझे उससे काम है. तभी उसे आवाज आती है. यह अपर जिन्न है. यह सुनकर वह कहता है तुम किस जगह पर हो. वह जिन्न कहता है. तुम्हे मुझसे क्या काम है. वह आदमी उस जिन्न को देखता है. वह उससे भी बहुत छोटा था.

समस्या कम हो सकती है कहानी

वह आदमी कहता है की तुम बहुत छोटे जिन्न हो.

जिन्न कहता है की इससे तुम्हे कोई मतलब नहीं है

अपना काम मुझे बता सकते हो. वह आदमी कहता है की मुझे अमीर बना सकते हो.

(जिन्न) कहता है की में अमीर नहीं बना सकता हु. मगर रास्ता दिखा सकता हु. वह आदमी कहता है की उससे में अमीर बन सकता हु. वह जिन्न कहता है क्यों नहीं. बिलकुल बन सकते हो. मगर तुम्हे मेरा एक छोटा सा काम करना होगा. यह तुम्हे अमीर बनने से पहले करना होगा. मुझे जब भी भूख लगती है. मुझे भोजन देना होगा.

 

अगर तुम यह कर सकते हो. तो बहुत अच्छा होगा. यह सुनकर वह आदमी उस “जिन्न” को देखता है. यह जिन्न बहुत छोटा है. अगर भोजन करता भी है. तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. वह आदमी जिन्न की बात मान जाता है. अब वह जिन्न को लेकर घर आता है. वह आदमी पूछता है की मुझे वह रास्ता बताओ जिससे में अमीर बन सकता हु. वह जिन्न कहता है की अभी तो हम आये है. मुझे भूख लगी है. मुझे भोजन दे सकते हो. वह आदमी उसके लिए भोजन लेकर आता है. मगर ऐसा लगता है वह जिन्न कई जन्मो का भूखा है. वह उस आदमी के घर का सामान ही खाने लगता है.

जीवन की अच्छी बातें कहानी

Jin ki kahani, अब वह आदमी कहता है. मुझे माफ़ करना में इतना भोजन नहीं ला सकता हु. तुम तो रुक नहीं रहे हो. तुम मुझे देने आये हो या फिर जो मेरे पास है वह भी ले जाने आये हो. वह “जिन्न” कहता है की यह बात तुम्हे पहले सोचनी चाहिए थी. मुझे बहुत भूख लगती है. वह आदमी कहता है की जब तक में तुम्हारी भूख दूर करता हु तब तक मेरे पास कुछ नहीं बचने वाला है. तुम वापिस जा सकते हो. जिन्न कहता है की अब में तुम्हारे बुलाने पर भी नहीं आने वाला हु. वह आदमी कहता है की तुम्हे कोई मुर्ख ही बुला सकता है. वह जिन्न गायब हो जाता है. इसलिए कहते है जो लालच करता है. वह समस्या में भी पड़ सकता है.      

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