आलसी की हिंदी कहानी, Aalsi ki hindi kahani

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Aalsi ki hindi kahani

यह कहानी आलसी की हिंदी कहानी, (Aalsi ki hindi kahani) हमे यही बताती है की जीवन में अगर हम आलस को छोड़ते है तो सफलता हमारे पास आ जाएगी नहीं तो जीवन भर पछताना ही पड़ेगा, आपको यह कहानी पसंद आएगी,

आलसी की दो हिंदी कहानी :- Aalsi ki hindi kahani

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Aalsi ki hindi kahani

उसके जीवन में आलस इतना हो गया था की वह कोई भी काम अपने आप नहीं कर रहा था, उसने सभी काम करने के लिए कुछ सेवक रखे हुए थे, वह उस आदमी के सेवक थे, जब भी आलसी आदमी उनको कोई काम बता देता तो वह करने चले जाते है, वह सेवक भी जानते थे की हमारा मालिक बहुत ही आलसी है, इसलिए वह भी कोई काम मन लगाकर नहीं करते थे,

खेत में क्या काम चल रहा है :-

एक दिन आलसी आदमी ने सोचा की मुझे चलकर देखना चाहिए की मेरे खेत में क्या काम चल रहा है,

वह आदमी बहुत दिनों से अपने खेत की और भी नहीं गया था,

जब उसने देखा की खेत में सभी लोग बैठकर आराम कर रहे है

तो उस आलसी आदमी को बहुत गुस्सा आया और कहने लगा की

तुम यहां पर काम करने आते हो या आराम करने,

अच्छी सोच की कहानी

जब मालिक की आवाज सुनी तो सभी खड़े हो गए और कहने लगे की जब हम खेती कर रहे थे तभी हमारे बैल बहुत थक गए थे इसलिए हमे रुकना पड़ा था, कोई हमारे बैल भी आराम करना चाहते थे इसलिए हम भी आराम करने लग गए थे, मालिक ने सोचा की हो सकता है ऐसा ही हुआ हो, वह वहा से घर आ गया था, और घर आने के बाद वह फिर से आराम करने लग गया था,

बैल से काम लेने गए :-

दो दिन बाद उसने सोचा की आज भी मुझे चलकर देखना चाहिए की काम कितना हुआ है, क्योकि जब गया तो शुरू भी नहीं हुआ था, जब वह आलसी आदमी खेत पर गया तो देखकर कहने लगा की आज भी तुम आराम कर रहे हो, फिर सभी उठे और कहने लगे की आज जब हम अपने बैल से काम लेने गए तो वो चल ही नहीं रहे थे हमे ऐसा लगता है की आज उनका मन नहीं है,

जीवन की सही राह

उन सबकी बात सुनकर आलसी सोचने लगा की अगर में हर रोज अपन काम आकर देखता तो आज मुझे यह नहीं देखना पड़ता इसलिए वह कहने लगा की अब में तुम सभी से परेशान हो गया हु तुम्हे और कोई काम देख लेना चाहिए मुझे तुम्हारे जैसे और आलसी नहीं चाहिए, उसने उन्हें निकाल दिया और अपने खेत का काम देखने लग गया था,

जीवन में सफल :-

अगर हम भी आज से आलस को छोड़ देते है तो हमारी बहुत सी परेशानी अपने-आप ही खत्म हो जायेगी, क्योकि अगर हम आलस करते है तो जीवन में कभी भी सफल नहीं हो सकते है, जीवन में सफलता पाने के लिए आलस हमारे पास भी नहीं आना चाहिए. अगर आपको यह कहानी आलसी की हिंदी कहानी, (Aalsi ki hindi kahani) पसंद आयी है तो आप इसे जरूर शेयर करे और कमेंट करके हमे भी बताये.

आदमी का आलस भारी पड़ गया हिंदी कहानी :- Aalsi ki hindi kahani

अगर हमारे अंदर आलस आ जाता है, हम कोई भी काम नहीं कर सकते है, यह कहानी एक आदमी की है, वह बहुत आलसी हो गया था, वह कुछ भी नहीं कर सकता था, उसके पिताजी ने उसे बहुत समझाया था, क्योकि उसकी उम्र बढ़ रही थी, लेकिन वह अपना आलस नहीं छोड़ रहा था, आलस का हमारे जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ता है, क्योकि यह कुछ भी नहीं करने देता है,

सच्चे प्रेम की कहानी

अगर हम उस आदमी की बात करे तो वह बहुत आलसी हो गया था, वह यही चाहता था, उसका काम भी कोई और कर ले तो बहुत अच्छा होगा, एक दिन उसके पिताजी ने उसे अपने पास बुलाया था, उन्होंने कहा था, की उन्हें किसी कमा से बाहर जाना है, इसलिए आज खेत पर चावल रखे हुए है, उन्हें तुम घर पर लेकर आ जाना क्योकि अगर उस जगह पर वह रहेंगे, हो सकता है, नुक्सान हो जाये,

अभी तो बहुत समय है :-

वह आदमी खेत पर चला जाता है, उसके बड़ा देखता है, यहां पर बहुत अधिक चावल है, इन्हे वह कैसे घर ले जा सकता है, क्योकि लगभग दस बोरियां रखी है, वह आदमी सोच रहा था, अभी तो बहुत समय है, वह इन्हे घर ले जाने का रास्ता खोज लेगा, इसलिए थोड़ी देर आराम कर लिया जाये, वह आराम कर रहा था, तभी उसे कुछ लोग जाते हुए नज़र आते है, वह आदमी कहता है, अगर तुम यह बोरियां घर पहुंचा दो.

धन का लालच

में तुम्हे एक चावल की बोरी मुफ्त में दे सकता हु, वह लोग समझ जाते है, यह कोई आलसी आदमी है, नहीं तो यह हमे बोरियां क्यों देगा, वह लोग कहते है, ठीक है, हम यह कर सकते है, वह आलसी आदमी बहुत खुश हो जाता है, क्योकि उसकी सभी बोरियां घर चली जायेगी, वह आलसी आदमी उन्हें अपना घर बता देता है, वह लोग बोरियां लेकर चलते है, वह आलसी आदमी आज बहुत खुश था, एक बोरी उसने रखी जब वह वापिस आयंगे,

लोग सभी बोरियां ले जा चुके :-

उन्हें वह दे सकता है, मगर बहुत समय हो गया था, वह वापिस नहीं आते है, कुछ समय बाद उसके पिताजी भी आते है, वह कहते है, आज तुमने अच्छा काम किया है, एक ही बोरी बची है, बाकी तुमने घर पहुंचा दे होगी, उसके बड़ा वह दोनों घर जाते है, मगर कोई भी बोरी नहीं मिलती है, क्योकि वह लोग सभी बोरियां ले जा चुके थे, जब यह पिताजी को पता चला तो वह कहते है,

जीवन के अच्छे कर्म की कहानी

आज तुमने बहुत अच्छा काम किया है, हमारा बहुत नुकसान कर दिया है, अब तुम यह काम हर बार करना जिससे जो भी बचा हुआ है, यह सब भी ऐसे ही चला जाए, यह सुनकर आज उस आदमी को लग रहा था, उसका आलस ठीक नहीं है, उसने अच्छा नहीं किया है, उस दिन के बाद आलस उसका दूर हो गया था, इसलिए जीवन में आलस नहीं करना चाहिए,

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